दोस्तों, MIC Electronics Limited ने हाल ही में एक जबरदस्त कदम उठाया है अपने बिज़नेस को ग्लोबल लेवल पर ले जाने के लिए! कंपनी ने दुबई में अपनी पूरी तरह से स्वामित्व वाली सब्सिडियरी SOA Electronics Trading LLC में ₹51 करोड़ का बड़ा निवेश किया है। यह निवेश 100% पेड-अप शेयर कैपिटल के लिए किया गया है। SOA का फोकस इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक एप्लायंसेस के स्पेयर पार्ट्स के ट्रेडिंग बिज़नेस पर है।
दुबई में अपना कारोबार फैलाने से MIC को इंटरनेशनल मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत करने में मदद मिलेगी। खास बात ये है कि यह डील पूरी तरह पारदर्शी थी न किसी प्रमोटर का दखल, न किसी ग्रुप कंपनी का। सिर्फ एक लक्ष्य: “बिजनेस को इंटरनेशनल लेवल पर चमकाना”
इंडियन रेलवेज़ के साथ मजबूत पार्टनरशिप
अगर आपको लगता है कि MIC सिर्फ ग्लोबल लेवल पर ध्यान दे रहा है, तो रुकिए! इंडियन रेलवेज़ के साथ भी इसका काम बेहद शानदार है। MIC को GPS-आधारित पब्लिक एड्रेस और पैसेंजर इंफॉर्मेशन सिस्टम (PAPIS) और LED डेस्टिनेशन बोर्ड्स सप्लाई करने की मंजूरी मिल चुकी है। यह कदम रेलवेज़ को मॉडर्न बनाने की दिशा में है।
MIC का अब तक का सफर
1988 में शुरू हुई MIC Electronics की कहानी किसी प्रेरणा से कम नहीं है। यह कंपनी LED डिस्प्लेज़, लाइटिंग सॉल्यूशन्स और टेलीकॉम उपकरण बनाने में अग्रणी है। अब यह मेडिकल उपकरण और बैटरी के क्षेत्र में भी कदम रख चुकी है।
पिछले कुछ सालों में इसने निवेशकों को मल्टीबैगर रिटर्न दिया है:
- 1 साल में: 150% रिटर्न
- 3 साल में: 300% रिटर्न
- 5 साल में: 11,200% रिटर्न
सोचिए, अगर आपने 5 साल पहले ₹1 लाख निवेश किए होते, तो आज वो ₹1.12 करोड़ बन चुके होते।
ताज़ा परफॉर्मेंस
कंपनी की ताज़ा परफॉर्मेंस भी बेहद प्रभावशाली है:
- Q2FY25: नेट प्रॉफिट ₹2.11 करोड़, Q1FY25 से 7% ज़्यादा।
- H1FY25: नेट सेल्स ₹18.57 करोड़, 313% की बढ़त!
क्या निवेश के लिए सही विकल्प?
अब सवाल ये है, क्या MIC Electronics आपके पोर्टफोलियो में जगह बनाने लायक है?
- मार्केट कैप: ₹2,000 करोड़ से ऊपर।
- 5 साल का प्रॉफिट ग्रोथ: 32.1% CAGR।
- ROE: 60% (बेहद शानदार)।
वित्तिय प्रदर्षन
वित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो, MIC Electronics ने हाल के वर्षों में निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2025 की पहली छमाही में 313% की वृद्धि के साथ ₹18.57 करोड़ की नेट सेल्स दर्ज की है। इतना ही नहीं, यह ₹10.05 करोड़ का शुद्ध मुनाफा कमाने में सफल रही, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में ₹1.25 करोड़ के नुकसान के मुकाबले एक बड़ा सुधार है।
भविष्य की तैयारी
दुबई में सब्सिडियरी और रेलवेज़ के साथ पार्टनरशिप से MIC Electronics का भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है। LED टेक्नोलॉजी और सस्टेनेबल सॉल्यूशन्स की बढ़ती मांग में MIC का नेतृत्व स्पष्ट है। पिछले पांच वर्षों में कंपनी का मुनाफा औसतन 32.1% की दर से बढ़ा है, और इसका रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) 60% है। MIC Electronics का शेयर पिछले पांच वर्षों में निवेशकों को 11,200% का रिटर्न दे चुका है।
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Finance Dimag" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।
2 thoughts on “IRFC नहीं इस ₹85 रेलवे स्टॉक में ₹1 लाख बन गए ₹1.12 करोड़, इसके सामने सब फेल, जाने नाम”